वाणिज्य बैंकहरुले कात्तिक मसान्तसम्म २९ खर्ब ७४ अर्ब रुपैयाँ निक्षेप संकलन गरेका छन्। मुद्दती, चल्ती, बचत र कल खातामा गरी सो रकम संकलन भएको हो। वाणिज्य बैंकहरुले संकलन गरेको रकममध्ये सबैभन्दा धेरै हिस्सा मुद्दती रकमले ओगटेको छ।
सर्वसाधारणको मुद्दती खाता (फिक्स्ड डिपोजिट)मा १४ खर्ब ९ अर्ब रुपैयाँ संकलन भएको छ। कात्तिक मसान्तसम्म २८ बैंक (जनता ग्लोबलमा मर्ज हुनुअघि) मा सो रकम संकलन भएको हो। गत वर्षको कात्तिकसम्म मुद्दती खातामा ११ खर्ब २४ अर्ब रुपैयाँ थियो।
पछिल्लो समय रकमका आधारमा मुद्दतीको हिस्सा बढ्दै गएको छ। चल्ती र बचतमा भन्दा बढी व्याज पाइने भएकाले ठूलो रकम मुद्दतीमै जम्मा हुने गरेको छ। व्याज खानकै लागि मुद्दतीमा रकम लगानी हुने गर्दछ।
अर्कोतर्फ ठूला संस्थानहरुले मुद्दती खातामा बढी पैसा राख्ने हुँदा मुद्दतीको हिस्सा बढ्दै गएको हो। दीर्घकालीन स्रोत जुट्ने भएकाले मुद्दती खाताको हिस्सा बढ्नु राम्रो मानिन्छ।
कात्तिक मसान्तसम्म बैंकहरुको कुल निक्षेप रकममा ५४. २ प्रतिशत हिस्सा मुद्दतीको छ। गत वर्षको कात्तिकमा यो हिस्सा ५२. ४० प्रतिशत थियो। मुद्दती खाताको सबैभन्दा बढी रकम एनआइसी एसिया बैंकमा छ। सो बैंकले मुद्दतीमा ८५ अर्ब रुपैयाँ संकलन गरेको छ। मुद्दती खाताको रकम सबैभन्दा कम हुनेमा स्टान्डर्ड चार्टड छ। सो बैंकको मुद्दती खातामा २० अर्ब रुपैयाँ मात्रै संकलित छ।
कात्तिक मसान्तसम्म बचत खातामा कुल ९ खर्ब ३१ अर्ब रुपैयाँ संकलन भएको छ। गत वर्षको कात्तिकसम्म बचत खातामा ८ खर्ब ३३ अर्ब रुपैयाँ थियो।
बचत खातामा भने राष्ट्रिय वाणिज्य बैंकमा सबैभन्दा बढी रकम छ। उसले बचत खातामा ९४ अर्ब रुपैयाँ संकलन गरेको छ। बचत खातामा सिभिलको सबैभन्दा कम १० अर्ब ७४ करोड संकलित छ।
त्यस्तै कात्तिक मसान्तसम्म सर्वसाधारणले बैंकहरुमा खोलेका चल्ती खातामा कुल २ खर्ब ४५ अर्ब रुपैयाँ संकलन भएको छ। यस खातामा पनि राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक सबैभन्दा अगाडि छ। विभिन्न चल्ती खातामार्फत सो बैंकले कात्तिक मसान्तसम्म ४५ अर्ब रुपैयाँ संकलन गरेको छ।
कात्तिक मसान्तसम्म वाणिज्य बैंकहरुमा ३ खर्ब ५३ अर्ब रुपैयाँ कल डिपोजिटका रुपमा संकलित छ। कल डिपोजिटमा नविल बैंकसँग सबैभन्दा बढी रकम ३२ अर्ब रुपैयाँ संकलित छ।
हेर्नुहोस् मुद्दती, बचत, चल्ती र कल खातामा कुन बैंकसँग निक्षेप कति ?
बैंक
|
मुद्दती खातामा रकम
|
बचत खातामा रकम
|
चल्ती खातामा रकम
|
कल खातामा रकम
|
नेपाल
|
31 अर्ब 28 करोड
|
50 अर्ब 38 करोड
|
27 अर्ब 11करोड
|
5 अर्ब 91 करोड
|
राष्ट्रिय वाणिज्य
|
33 अर्ब 30 करोड
|
94 अर्ब 40 करोड
|
48 अर्ब 31करोड
|
14 अर्ब 24 करोड
|
नविल
|
69 अर्ब 85 करोड
|
52 अर्ब 16 करोड
|
18 अर्ब 51करोड
|
32 अर्ब 35 करोड
|
इन्भेष्टमेन्ट
|
74 अर्ब 96 करोड
|
42 अर्ब 28 करोड
|
13 अर्ब 98 करोड
|
21 अर्ब 29 करोड
|
स्टान्डर्ड चार्टड
|
20 अर्ब 01 करोड
|
28 अर्ब 67 करोड
|
14 अर्ब 59 करोड
|
15 अर्ब 08 करोड
|
हिमालयन
|
54 अर्ब 62 करोड
|
39 अर्ब 79 करोड
|
11 अर्ब 80 करोड
|
8 अर्ब 32 करोड
|
एसबिआई
|
59 अर्ब 44 करोड
|
31 अर्ब 40 करोड
|
4 अर्ब 84 करोड
|
2 अर्ब 89 करोड
|
बंगलादेश
|
28 अर्ब 65 करोड
|
14 अर्ब 54 करोड
|
6 अर्ब 47 करोड
|
11 अर्ब 33 करोड
|
एभरेष्ट
|
65 अर्ब 68 करोड
|
43 अर्ब 06 करोड
|
9 अर्ब
|
13 अर्ब 02 करोड
|
बिओके
|
51 अर्ब 63 करोड
|
22 अर्ब 72 करोड
|
5 अर्ब 46 करोड
|
6 अर्ब 54 करोड
|
एनसिसी
|
32 अर्ब 59 करोड
|
20 अर्ब 40 करोड
|
3 अर्ब 49 करोड
|
15 अर्ब 11 करोड
|
एनआइसी
|
85 अर्ब 84 करोड
|
62 अर्ब 37 करोड
|
13 अर्ब 26 करोड
|
17 अर्ब 53 करोड
|
माछापुच्छ्रे
|
51 अर्ब 63 करोड
|
28 अर्ब 40 करोड
|
4 अर्ब 19 करोड
|
11 अर्ब 80 करोड
|
कुमारी
|
50 अर्ब 96 करोड
|
19 अर्ब 07 करोड
|
4 अर्ब 27 करोड
|
14 अर्ब 08 करोड
|
लक्ष्मी
|
49 अर्ब 93 करोड
|
25 अर्ब 44 करोड
|
4 अर्ब 43 करोड
|
9 अर्ब 87 करोड
|
सिद्धार्थ
|
62 अर्ब 10 करोड
|
36 अर्ब 73 करोड
|
6 अर्ब 77 करोड
|
18 अर्ब 47 करोड
|
कृषि विकास
|
71 अर्ब 09 करोड
|
36 अर्ब 13 करोड
|
12 अर्ब 98 करोड
|
2 अर्ब 53 करोड
|
ग्लोबल आइएमई
|
64 अर्ब 12 करोड
|
46 अर्ब 43 करोड
|
8 अर्ब 15 करोड
|
13 अर्ब 77 करोड
|
सिटिजन्स
|
47 अर्ब 37 करोड
|
17 अर्ब 92 करोड
|
4 अर्ब 64 करोड
|
8 अर्ब 67 करोड
|
प्राइम
|
43 अर्ब 81 करोड
|
17 अर्ब 33 करोड
|
3 अर्ब 81 करोड
|
21 अर्ब 99 करोड
|
सनराइज
|
44 अर्ब 72 करोड
|
24 अर्ब 65 करोड
|
4 अर्ब
|
6 अर्ब 82 करोड
|
एनएमबि
|
65 अर्ब 66 करोड
|
34 अर्ब 28 करोड
|
5 अर्ब 27 करोड
|
12 अर्ब 76 करोड
|
प्रभु
|
50 अर्ब 21 करोड
|
42 अर्ब 29 करोड
|
6 अर्ब 09 करोड
|
14 अर्ब 07 करोड
|
जनता
|
42 अर्ब 93 करोड
|
21 अर्ब 67 करोड
|
3 अर्ब 67 करोड
|
10 अर्ब 64 करोड
|
मेगा
|
43 अर्ब 21 करोड
|
20 अर्ब 95 करोड
|
4 अर्ब 24 करोड
|
15 अर्ब 06 करोड
|
सिभिल
|
27 अर्ब 62 करोड
|
10 अर्ब 74 करोड
|
2 अर्ब 46 करोड
|
7 अर्ब 39 करोड
|
सेन्चुरी
|
35 अर्ब 85 करोड
|
16 अर्ब 21 करोड
|
2 अर्ब 71 करोड
|
12 अर्ब 10 करोड
|
सानिमा
|
50 अर्ब 73 करोड
|
30 अर्ब 78 करोड
|
5 अर्ब 49 करोड
|
9 अर्ब 57 करोड
|
Source: Nepal Bankers' Association